जानिए कामयाब किसान की सफल कहानी कृषि दर्शन के कार्यक्रम के माध्यम से दूरदर्शन चैनल पे और ये कैसे किसानों के लिए मददगार साबित हो रहा है।
26 मई 2015 को शुरू किया गया डीडी किसान चैनल जो 24 घंटे का टेलीविजन चैनल है। यह चैनल कृषि और कृषि संबंधित जानकारियों को देश भर के किसानों तक पहुँचने के लिए भारत सरकार द्वारा किया गया एक अच्छा और महत्त्वपूर्ण पहल है।
भारत के किसानों की मद्दद और प्रोत्साहन के लिए दूरदर्शन किसान चैनल और (Mobile App) ऍप्स लॉन्च किया गया है। जिससे किसानों को कृषि छेत्र में जैविक खेती जुड़ने और फसल उत्पादन की लागत में कमी एवं आय में वृद्धि हो और पैदावार में वृद्धि हो।
आज संपूर्ण विश्व में बढ़ती हुई जनसंख्या एक गंभीर समस्या है, बढ़ती हुई जनसंख्या के साथ भोजन की आपूर्ति एक गंभीर समस्या बन गयी हैं। कम क़ीमत में अनाज मुहवया करवाना भी उतनी ही बड़ी समस्या बनती जा रही है। भोजन की आपूर्ति के लिए मानव द्वारा खाद्य पदार्थों की होड़ में अधिक से अधिक पैदावार की बढ़ती हुई माँग और उस माँग को पूरा करने के लिए भूमि का हनन उतनी ही तेजी से हो रहा है और अंधाधुंध उर्वरकों का प्रयोग किया जा रहा है। उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से धरती बंजर होती जा रही है और पैदावार में समस्याएं आ रही है, जल एवं वायु प्रदुषण भी बढ़ता जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने डीडी किसान चैनल की शुरुवात की है।
दूरदर्शन के डीडी किसान चैनल पे नये नये कार्यक्रम द्वारा किसानों की समस्यों का हल निकाला जाता है और उनके समाधान की चर्चा की जाती है
दूरदर्शन के डीडी किसान चैनल पर एक नया कार्यक्रम दूरदर्शन किसान चैनल देश की सफल महिला किसानों को राष्ट्रीय पटल पर स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। जो भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने हरी खाद | केंचुआ खाद जैविक खेती कृषि की वह पद्धति है, जिसमें पर्यावरण को स्वच्छ प्राकृतिक संतुलन को कायम रखते हुए भूमि, जल एवं वायु को प्रदूषित किये बिना दीर्घकालीन व स्थिर उत्पादन प्राप्त फसल उत्पादन की लागत में कमी एवं आय में वृध्दि जैविक खेती से जुड़ी सभी जानकारी जैविक तरीके से खाद एवं कीटनाशक बनाने की विधि, जैविक खेती कृषि की विधि, जैविक खाद में पोषक तत्व जैविक खेती (ऑर्गेनिक फार्मिंग) जैविक खेती संपूर्ण विश्व में बढ़ती हुई जनसंख्या एक गंभीर समस्या है, बढ़ती हुई जनसंख्या के साथ भोजन की आपूर्ति के लिए मानव द्वारा खाद्य उत्पादन की होड़ में अधिक से जैविक खेती को बढावा देने हेतु सहायता. परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) के अन्तर्गत जैविक खेती को बढावा देने हेतु यह कलस्टर आधारित कार्यक्रम है वर्मी कम्पोस्ट खाद से पैदावार में वृद्धि, किसानों को कृषि के गुर सिखाए. आज पैदावार में जो समस्याएं आ रही है, उसका सबसे बड़ा कारण अंधाधुंध उर्वरकों का प्रयोग एवं खेतों में डंठल को पैदावार में वृद्धि के लिए जरूरी है मिट्टी परीक्षण
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